बेशक वो करेंगे इज्ज़त तुम्हारी क़ामयाबी की क्योंकि शायद उन्होंने तुममें क़ामयाबी देख के तुम्हारा साथ चुना हम पागल तुम्हारा साथ चुन के तुम्हें क़ामयाब करने के ख़्वाब में ही मसरूफ़ रहें
बहुत खूबसूरत रात लाया है साल भर का सबसे खूबसूरत चाँद जो आया है निगाह उठा के देखो जो फलक को अल्लाह का करम आज सब पर छाया है हर रोजे को उसकी याद में कुछ हमने भी फ़रमाया है देखो ज़रा आज ईद का मौसम आया है ईद मुबारक
मुझे तेरे साथ भी नहीं रहना दर्द गर होगा दिल को तो नहीं पड़ेगा सहना मुझे कुछ भी नहीं कहना एक बार सुन लेते मेरे दिल की जो मुझे लफ्जों से नहीं कहना दर्द हो भी तो क्या फर्क है अब मुझे कुछ भी नहीं कहना अब मुझे कुछ भी नहीं कहना
-
Fetching #shubhiquotes Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.