Sahiba Rab 4 SEP 2017 AT 0:05 तस्नीफ़ में मेरी साहिबा, तस्हीफ़ गर हो...तस्दीह न हो तुम्हें, तो तस्हीह कर दो!!! - अभिज्ञान 🙏🙏🙏 20 AUG 2020 AT 11:30 इश्क़ ही है जिसमें बर्बादी से डर नहीं लगताबिल्कुल शराब की तरह - Anuup Kamal Agrawal 18 MAY 2018 AT 22:01 मुझे डर नहीं है नरक की आग कामैंने खुद को जलाया है तुझे खोने के बाद - Anuup Kamal Agrawal 25 NOV 2018 AT 4:42 जो कुछ भी बीत गया, भूल जाओ उस बात कोदिन तो बिगड़ चुका है, क्यों बिगाड़ो इस रात को - Sahiba Rab 27 DEC 2017 AT 20:31 तरक़ीब-ए-ग़ज़ल यूँ ही हो के हर मिसरा फ़र्द हो...के कभी मतल्अ सोचा जो मकत्अ तक न मिला!!! - Sahiba Rab 30 MAY 2018 AT 1:04 कुछ इस तरह से मेरी इस कहानी का अंजाम हो...जो वाक़िआ है अभी कभी मुक़्क़म्मल दास्ताँ हो!!! - साहिबा रब - Swapnil Awasthi 9 MAY 2018 AT 16:53 ऐ खुदा !फ़ाज़िल होना चाहता हूँ , फ़ाख़िर नहीं !!! - Rohit Sharma 15 NOV 2017 AT 20:53 वो पकड़ तुम्हारी, ये कसक मेरी,हर रात की तड़प हैं और कुछ पलों का एहसास.....! - Rohit Sharma 23 OCT 2017 AT 7:33 हम इंतज़ार में हैं तुम्हारी मुलाकातो के हक़ीक़त में,पर ना तुम ख्वाबो में आते हो ना हक़ीक़त में.....! - कुंवर विदोष अभिज्ञान 8 JUN 2018 AT 10:38 तेरे लवों से पीने की हिम्मत नहीं है साकी तेरी निगाहें ही काफी हैं मदहोश करने के लिए-अभिज्ञान -