दो पल फुर्सत के माँ बाप के साथ बिता कर तो देखो, बहुत सुकुन है माँ के आँचल में उस आँचल मै ख़ुद को सुला कर तो देखो। भुल गए वो बचपन जब पापा कांधे पे बिठा के मेला दिखाया करते थे, लौट आएगा वो बचपन, कुछ पल पापा के साथ बिता कर तो देखो।
मां और पापा आपके साथ जब रहता हूं तो ऐसा लगता है कि मुझसा अमीर कोई नहीं है... वो जब मेरी उट पटांग हरकतें देखकर अपनी चेहरे पे मुस्कान लाते हो ... और मेरे कुछ बोलने से पहले मेरी जरूरतों को समझ जाते हो, और आपके समझाने का तरीका क्या कहूं मैं दुनिया में कोई ऐसा मोटीवेटर नहीं है जो आपसे बेहतर समझा पाए... आप हर एक चीज इतने अच्छे से संभाल लेते हो खुद परेशानी में रहते हो लेकिन आजतक कभी मेरे ऊपर कोई परेशानी नहीं आने दी आपने... अब इतनी तो मेरी कभी औकाद हो ही नहीं सकती है की मैं आपके एहसानो का कर्ज उतार सकू, लेकिन जितना मुझसे हो सकेगा वो सब मै करूंगा। लेकिन मैं अपने अंतिम सांस तक आपके चेहरे पर कभी आंसू नहीं आने दूंगा... जिस इंसान की मुस्कुराहट मेरे चेहरे को देखने मात्र से आती हो तो मेरा भी फर्ज है कि मै उनको कभी उदास ना होने दूं :)...