जीवन में हमेशा हर चीज़ का कोई कोई विकल्प होता है
आँसु हैं.. तो हँसी है
गम है.. तो ख़ुशी भी है
निराशा है.. तो आशा भी है,
अब यह तुमपे निर्भर करता है..
के तुम्हें एक के साथ ही ताउम्र
बंधकर रहना है या.. दूसरे के साथ खुला घूमना है,
एक ताले के साथ हमेशा दो तीन चाबियां आती हैं..
उन सबका उद्देश्य एक ही है,
पऱ अब यह तुमपे है.. के उनका इस्तेमाल कैसे करना है...
बस जनाब.. यह जेहन में रहे
...के किसी एक के खो जाने पऱ.. ताला तोड़ना ना पड़े!— % &
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