QUOTES ON #LAHORE

#lahore quotes

Trending | Latest
10 JUN 2019 AT 19:27

तेरी याद में Paris जैसा बंदा भी लाहौर हो गया
इशारे में की थी हमने बाते, पर पूरे शहर में शोर हो गया
भूख प्यास भी नहीं लगती, खाना पीना मेरा छूट गया
और मम्मी कहती है मेरा बच्चा कमजोर हो गया

-


21 JUN 2021 AT 19:04

عشق پر کس کا زور نہیں چلتا صاحب
محبوب کی ہر چیز سے عشق ہو جاتا ہے

-


19 JUN 2021 AT 15:38

محبت, الفاظ, جھوٹ اور درد--
♡_________________________♡
سب ملا لو تو پتا ہے کون بنتا ہے؟
♡_________________________♡
تم--!!
♡_____♡

-


20 JUN 2021 AT 22:14

سوچتی ہوں دُعا میں مانگ ہی لوں تُم کو
سنا ہے تقدیر میں جو نہیں وہ دعا سے ضرور ملتا ہے

-


25 MAY 2020 AT 14:31

हाय, बुखार कुछ ज़्यादा है
जब से लाहौरन ने
मिलने का किया वादा है
सोचता हूं
क्यों अटारी से ही पुकारी जाऊं
तोड़ दूं सीमायें सारियां
लाहौर कौनसा दूर ज़्यादा है
रात छत से देखा था
उस चाँद को निकलते हुए
आज ईद मनाने का इरादा है

-



یہ جو بارشیں بڑی حسین ہوتی ہیں
وہ تو تیرے شہر لاہور میں ہوتی ہیں

Ye Jo Baarishein Badi Haseen Hoti Hain
Woh To Tere Shaher Lahore Mein Hoti Hain

-


28 NOV 2019 AT 19:27

-


18 AUG 2021 AT 18:14

माना मैंने हर मर्द गलत नहीं
पर मैं कैसे पता करूं कौन गलत, कौन सही
चार सौ की भीड़ जब एक पर टूटती है
हर मज़हब और देश की लड़की डरती है
लड़की अपने हक़ के लिए लड़े तो कई को तकलीफ़ होती है
क्यूं उन्हीं पर अत्याचार देखकर तुम्हारी रूह नहीं रोती है

-



#Death Anniversary of Bhagwati Charan Vohra #28May












आज रावी नदी के तीर, बम का परीक्षण करते वक़्त, भारत ने खो दिया एक नगीना,
"भगवती चरण वोहरा" का लक्ष्य सिर्फ यही था कि हो भारत के लिए जीना,
वो दुर्गा भाभी के भी नहीं थे उतने, जितने भारत के थे,
हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन में रह, किए देश के लिए कुछ वादे थे,
अंग्रेजों को सबक सिखाने, लाहौर में बम बनाने में लगे थे,
पर भगवान ने इनकी किस्मत में कुछ और ही हो जाने लिखे थे,
बम के प्रयोग के बाद वो घर वापस नहीं लौटे...
नमन है ऐसे देश पर मर मिटने वालों को...

-


3 DEC 2017 AT 13:58

बड़ी हुशियारी से छुपाकर बैठी आवाम,
इनके सिने में बढ़ता एक शोर हो जाऊँ।।

अल्फाजों की कश्ती पर होकर सवार,
इस छोर से चलूँ तो उस छोर हो जाऊँ।।

इस दहशतगर्दी के शिकारी दौर में,
मैं जंजीर सा जोड़ता वो दौर हो जाऊँ।।

कि माथे पर तिलक लगाऊँ तो कुछ और,
आँखों में सूरमा लगाऊँ तो कुछ और हो जाऊँ।।

गर इस पार रहूँ तो दिल वालों की दिल्ली,
तो उस पार अमन वालो का लाहौर हो जाऊँ।।

-