हम अब बाते भूलने लगे हैं, जज़्बात भी नहीं रहे, लफ्ज़ से हम बया नहीं कर ते, ख़ामोशी से ज़्यादा ये आंखे बया कर रहीं, यूं ही कुछ तेरे मेरे दर्मिया जी रहे है।
Kinni asani naal menu badnaam krta na tu Metho tan ds tere baare kuj galat vi bol ni hunda Bina kuj soche smjhe dhokhebaaz keh gya menu tu Ds kive jeevan me hun metho tan tera ek vi lafaz bhul ni hunda.....
क्यों एक ऐसा लफ्ज़ की जिसमें एक सवाल तो है पर उसी सवाल में हजारों जवाब है, उन हजारों जवाबों में इतनी सारी संभावना है कि हम उसको पूछने से इतना कत्राते है कि यार अगर हमारे चाहने वाला जवाब इस क्यों को नहीं मिला तो दिल देहल जायेगा, ऐसा लगेगा कि क्यों पूछा.....
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Fetching #lafaz Quotes
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