पीयूष मिश्रा 13 MAR 2018 AT 2:11 शाम ढले अक्सरहम नदी किनारे जाया करते थेकुछ देर बैठ करमैं कहता था तुमसे-“कुछ कहो ना... तुम्हारी ख़ामोशी बहुत चुभती है”अब भी कभी-कभीमैं नदी किनारे चला जाया करता हूँकुछ देर बैठ कर ये कहता हूँ-“कुछ कहो ना... “फिर चुप हो जाता हूँ - CA Priya Patel 13 APR 2020 AT 14:51 अब छोड़ भी दिजिए इस तकब्बुर के फितूर को जनाब,गुरूर किस बात का जब ज़िन्दगी का कोई भरोसा नहीं । - Anuradha Sharma 3 OCT 2020 AT 11:42 ये फितूर न जनाब , आपको फकीर बना देता है ।हर लम्हें , मलंग की धुन मिज़ाज में रवां देता है ।सच्चा इमान, मकसद इसमें कोई गर देता है ।ज़ाया नहीं उम्र , न कोशिश को होने देता है ।अनसुलझे पहलू , को आगाज़ दे देता है । - Aman srivastava 11 MAR 2019 AT 20:51 मैं तुझे भूल गया... ये तेरी सबसे बड़ी भूल है...मेरे किताबों के फूल...हमारे प्यार के सबूत हैं...बरकरार इन आंँखों में...तेरे झूठे इश्क का फितूर है... एक तरफा हुआ तो क्या हुआ...ये इश्क मुझे कबूल है...ये इश्क मुझे कबूल है... - Kishan Kumar 4 AUG 2021 AT 14:27 तेरा इश्क यूं लाल चढ़ रहाहम ढ़लती शाम सा सिंदूरी हो रहेरोम-रोम तेरी खूशबू का जतन कर रहातुम साँसों में कस्तूरी बो रहेहलचलें दिल में पल-पल बढ़ रहातुम धड़कनों सा जरूरी हो रहेये इश्क धीरे-धीरे परवान चढ़ रहातेरे इश्क़ में हम फितूरी हो रहे - Anuradha Sharma 22 JAN 2021 AT 22:57 सितम ढाती रहें , कायनात सारी ।पर राख़ में न ढलेंगे , हम हैं फितूरी । - Damini Gupta 30 JAN 2019 AT 0:57 #MohabbatTere saath rehne ki koi zid haiYa khud ko bhul jane ka koi fitoor - Titli🦋 🦋🦋 21 APR 2021 AT 19:39 تھا تیری نیّت میں فِطور پہلے سے ہی شاید ورنہ ایک مجبوری برسوں کی محبت میں فرقت کا بہانہ نہ بنتیTha Teri neat me fitoor pahle se he shayad warna Ek majboori barso ki mohabbat me furqat ka bahana na banti✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی - Titiksha Singh 7 MAY 2020 AT 0:16 फितूर तूने मुझ पे कैसा कर दिया है सनमजुनून फिर आशिक़ी का आज चढ़ने लगा है - Khushboo Saxena 7 NOV 2019 AT 19:17 अगर होता कोई पैमाना...फितूर-ए-मोहब्बत को मापने का !!तो हम शान से आते तेरे पास...अपनी शिद्दत-ए-मोहब्बत का सबूत लेकर !! -