कलयुग में होनेवाले दहेज , भ्रुण हत्या, घरेलू हिंसा, बलात्कार पर न्यायालय🏛चुपी साधे रहते हैं;
शोषित होती है सीता घर घर में,
फिर भी, त्रेतायुग के अपराधी रावण को ही हर वर्ष शौक से जलाते 🔥हैं।
पिता को दशरथ, माता को कौशल्या, भाई को लक्षम और मित्र को हनुमान बनाओ;
ब्रह्मज्ञानी दशानन को फूंकने से पहले,
स्वयं के अंतर्मन को पुरुषोत्तम श्रीराम बनाओ।🕉
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