Oh! She has lost her comfort zone... When she spoke with her sweet vocal tone... Innocent looks with cute smile.... There was no worry ,always fine... But life's started to travel and begining... Unable to forgot those pure feeling... Something special she always missing... Recall the memories of childhood, she wanting... Happy those days when she's in her child age... But it's reality that no one can change...
Dear me, I know you will fall, and you will bleed, nevertheless you will fight in expectations of the world that you deserve. Soon life will teach you that it is not meant to be perfect. It's an everlasting chase for perfection.
आज भी वो बचपन के दिन याद आ गए!! क्या ज़माना था क्या बहाना था!! हंसना खेलना यू लड़ना झगड़ना था!! ना लड़का ना लड़की बस दोस्त ही कहलाना था!! हर एक लम्हा खुल कर जीने का ठिकाना था!! वो पापा की डांटे, यू मम्मी के चाटे!! वो जलजीरा का स्वाद वो आम की मिठास!! आज भी वो बचपन के दिन याद आ गए!! क्या ज़माना था क्या बहाना था !! वो किर्केट का टशन और कबड्डी का जश्न!! वो रात में लुका छिपी यू दिन में दौड़ा दौड़ी!! वो सारी मस्तियां यू सारी बस्तियां!! ना जाने कैसे कब बस एक ख़ाली मैदान हो गई!! वो हमेशा याद रहने वाला एक हसीन पल था !! हर दिन कुछ नया सीखना और सिखाना था!! यू हर किसी को चिढ़ा कर गलत नाम से बुलाना था!! खुद मारना ओर बड़ो से भी मार खिलाना था!! आज भी वो बचपन के दिन याद आ गए!! क्या ज़माना था क्या बहाना था!! यू पेट दर्द है स्कूल ना जाना और घर में बिल्कुल ना रहना!! यू सबके गेट खटखटा कर भाग जाना!! यू त्यौहार की रौनक और मेला की भीड़!! वो लालटेन में पढ़ना और दिन में खेलना!! टीवी में भीम की लड्डू और चुटकी की दोस्ती!! और भी पुरानी सारी कहानियां!! आज भी वो बचपन के दिन याद आ गए!! क्या ज़माना था क्या बहाना था!!
ख़्वाब में चाँद सितारों को सजाये रखिये, पांव धरती पर सदा अपने जमाये रखिये । उम्र का क्या है ये हर रोज ही बढ़ जाती है, दिल तो बच्चा है इसे बच्चा बनाये रखिये ।।