rajdhar dubey 25 NOV 2020 AT 19:19 खुद को कभी सही तो कभी गलत समझ लेता हूं,सबकी बातों को अब अच्छी तरह से परख लेता हूं,वैसे गलतियां तो बचपन में हुआ करती थी,अब सबकी अकड़ को अपनी जेब में रख के चलता हूं। -rajdhar dubey - Pragya Pandey 13 FEB 2021 AT 22:09 चट्टान सी तासीर वालोंदेखा है ..?वह उफनता वेग मासूम सी लहरों का इतना ना अकड़ो कि कोई जुनून में आकर तुम्हें चूर चूर कर दे - Abhijeet Modak 29 DEC 2021 AT 10:28 Mujhe Toote Hue Log Bahut Pasand Hai,Kyuki Unme Akad Nahi Hoti...❤️❤️❤️ - My Quotes DIA®Y 7 JUN 2020 AT 18:40 "Baap ke paise pe nahi...Khud ke dum par kuch karunga...Tabhi akad💪 dikhaunga...!!!" - CrazyAngel 🖤 17 MAY 2020 AT 21:42 तू मुझे याद करेंएसे तक्दीर नहीं..मैं तुझे याद करुँएसे तेरे ओकात नहीं... - RAKESH JOSHI 7 FEB 2021 AT 21:26 झुकता वहीं है जिसमें जान होती है,अकड़ तो मुर्दों की पहचान होती है। - Shivani Gupta 21 DEC 2020 AT 10:39 जिन्हें ढंग से बात करनी नहीं आती, वो हमें तमीज़ सिखा रहे हैं|अपनी अकड़ से सबको धमका कर , औरों की परेशानियां बढ़ा रहें हैं|*ऐसे कैसे चलेगा भईया* - Adv Kush Pandey 9 APR 2021 AT 10:53 ज़ियादा अकड़ के चलने वालों की नज्र इक शे'र अकड़ कर चल रहे हो ठीक है पर रहें ये ध्यान.... मरकर लेटना है - Riya Yadav 19 MAY 2020 AT 8:56 धूप के नखरे अब बढ़ने लगे हैंहम बारिश की दुआ करने लगे हैं।इंसानियत क्या है समझने के लिएगीता ओ क़ुरान हम पढ़ने लगे हैं।मुस्कुराते हुए देखा है कई बार उसेअंतसमन में मूर्ति कोई गढ़ने लगे हैं।द्वन्द विचारों का तो चलता रहता हैहम आपस में क्यों लड़ने लगे हैं।कोई भूख से तड़प के मर रहा हैतो कहीं अनाज के ढेर सड़ने लगे हैं।सलीक़ा फिर से सिखाओ इनकोबच्चे माँ बाप से लड़ने लगे हैं।सियासतदानों को बनाया है हमने और वो हमपे ही अकड़ने लगे हैं।बस करो बहुत लिख लिया "रिया"लोग समझेंगे हम झगड़ने लगे हैं। - PagalShayarr Naman 21 MAY 2020 AT 7:11 अब तेरी आँखों के जाम की जरूरत नहीं हैनशा करने के लिए शराब ही अच्छा हैक्या कहा था तुमने मै खराब हूँठीक है NAMAN PANDIT खराब ही अच्छा है -