जैसे धुप चुनरीया ओढ़े,
आ बैठी हो छाव मैं,
ऐसे गीत उतर आते है,
मेरे मन के गाँव मैं..-
4 APR 2021 AT 17:47
7 FEB 2021 AT 9:34
मैं तो रंग हुँ मेरे अपनो का,
जितना वो खुश रहेंगें,
उतना मैं निखरता जाऊँगा...-
22 APR 2021 AT 20:44
इतना आसान नहीं जीवन का,
किरदार निभा पाना...
इंसान को बिखरना पड़ता हैं,
रिश्तो को समेटने के लिए....-
19 DEC 2020 AT 19:41
दोस्त हमेशा हालात बदलने वाले रखों,
हालात के साथ बदलने वाले नहीं.....-
23 MAR 2021 AT 21:50
बेवजह दिल पर भारी बोझ ना रखिये,
जिन्दगी एक खुबसुरत जंग हैं इसे,
जारी रखिये......-
21 JAN 2021 AT 20:17
तमन्नाएं भी उम्र भर कभी कम नहीं होंगी,
समस्याएं भी कभी हल नहीं होगीं...
फिर भी हम संघर्ष कर रहें हैं,
इस तमन्ना मैं...
कि मुश्किले जो आज हैं ,
शायद कल नहीं होगी...-
12 JUL 2021 AT 11:50
आशियाना चाहें करोडों का हो,
मगर आपकी पहचान आपके,
किरदार से ही होती हैं..-
11 OCT 2021 AT 21:00
बहिन, बहु और बेटी,
एक नारी रा रूप अनेक,
सबसु प्यारी माँ होवे,
जद् दिखे चरणा मैं स्वर्ग...-