साहिब, यह दुनिया कराहती बहुत है, मुझे यह न मिला, मुझसे सब छिन गया, कह के पीटती छाती बहुत है, (पूरी कविता के लिए caption देखें) - Saanjh
साहिब, यह दुनिया कराहती बहुत है, मुझे यह न मिला, मुझसे सब छिन गया, कह के पीटती छाती बहुत है, (पूरी कविता के लिए caption देखें)
- Saanjh