23 JUN 2017 AT 10:47

साहिब,
यह दुनिया कराहती बहुत है,
मुझे यह न मिला,
मुझसे सब छिन गया,
कह के पीटती छाती बहुत है,
(पूरी कविता के लिए caption देखें)

- Saanjh