तू जलाते रह, मैं जलते रहूँगा,तू राख करदे हस्ती मेरी,मैं बनके कोयला, प्यार के तेरी,फिर भी रोशनी बिखेरते रहूँगा।~ Suyog Potdar - SuyogSays
तू जलाते रह, मैं जलते रहूँगा,तू राख करदे हस्ती मेरी,मैं बनके कोयला, प्यार के तेरी,फिर भी रोशनी बिखेरते रहूँगा।~ Suyog Potdar
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