14 DEC 2017 AT 21:59

सुन्दर फूल खिले बगिया में
नए प्रभात का है आगमन
बिखरी है छटा चहुओर
ललित हुआ है सूरज का तन

कलरव करते पंछी 
उड़ते चारों दिशाओं में
नया सवेरा लाया हर्ष
जो फैला है फ़िज़ाओं में

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