Old memories
-
रहोगे कब तलक चुप,फिर से शुरुआत कर लो,
होठों से ना सही निगाहों से ही बात कर लो।-
बिखरे हुए लम्हें अब हम ना समेट पाएंगे,
चाँद चला गया आसमां से,
सितारें कब तक ठहर पाएंगे...?-
उस मोड़ से शुरू करें चलो फिर से जिंदगी,
हर शय हो जहां नई सी और हम हो अजनबी !!-
मेरे यारों उन यारों की यारी अच्छी नहीं
बात मानो ये इश्क बीमारी अच्छी नहीं
तुम्हारा दिल बहलाना तो ठीक है लेकिन
इश्क में इतनी भी लाचारी ठीक नही
तुम याद करो उसे, इसमें कोई हर्ज नहीं
मगर इस हद तक बेकरारी अच्छी नहीं
क्या है ये इश्क "सुनील" से पूछने आए हो...?
तो संभल जाओ ये जानकारी अच्छी नहीं !!-
मोहब्बत के कोर्ट में दर्द भरा याचिका दायर ना होता
तूं बेवफा ना होती तो मैं शायर ना होता !!-
इतिहास तो
अपने प्रेम का
कभी रहा ही नहीं...
और गणित
मैने अब
लगाना छोड़ दिया...
बस भूगोल बचा है...
तो अब मैं
प्रकृति के प्रेम में
भ्रमण करता रहता हूं !!-
सिर्फ इतना है फूलों की जिंदगी का सफर,
खिलना फिर टूटना मुरझाना और बिखर जाना !!-
अरसा होग्या खुद तैं रूबरू होये,
तन्नै देखे बी कई साल हो लिए,
बेरोजगार तो थे ए,
तन्नै खो के कंगाल बी हो लिए...✍️— % &-