सब कुछ पा कर भी क्यों अधूरा सा लगता हैं ,जिंदगी तेरे बिना डरावना सपना सा लगता हैं । - सुमित.आर.दास
सब कुछ पा कर भी क्यों अधूरा सा लगता हैं ,जिंदगी तेरे बिना डरावना सपना सा लगता हैं ।
- सुमित.आर.दास