18 MAY 2018 AT 9:58

दिल और दिमाग के मिश्रण से बनती हैं कविता
कभी दिमाग को सोचना बंद करना पङता हैं
कभी इस दिल को टोकना बंद करना पड़ता हैं

- सुमित.आर.दास