दिल और दिमाग के मिश्रण से बनती हैं कविता कभी दिमाग को सोचना बंद करना पङता हैंकभी इस दिल को टोकना बंद करना पड़ता हैं - सुमित.आर.दास
दिल और दिमाग के मिश्रण से बनती हैं कविता कभी दिमाग को सोचना बंद करना पङता हैंकभी इस दिल को टोकना बंद करना पड़ता हैं
- सुमित.आर.दास