Sumit R Das   (सुमित.आर.दास)
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Joined 3 January 2017


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2 JUN 2022 AT 11:15

जा रहे है सभी लोग आगे मैं पीछे जा रहा हूँ
पंख मिले है मुझे भी मगर मैं नीचे जा रहा हूँ

सवाल बहुत है पास मेरे जवाब एक भी नही
लगता है जिंदगी छोटी थी मैं खींचे जा रहा हूँ

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26 MAY 2022 AT 12:05

दिल से निकलती हर आवाज लिखेंगे
हम कल तुमको अपनी आज लिखेंगे

यदि सफल हुए तो बतायेंगे सभी को
नही तो खुद को ही चालबाज लिखेंगे

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16 MAY 2022 AT 20:24

सुना था, पढा था पर ऐसा पहले कभी देखा नही
कचरा रहता कूड़े दान में ही यहां वहां फेंका नही

समझने वाले समझ गये है ये प्रशंसा इंदौर की है
और झूठी तारीफ करूँ मैं नेता या अभिनेता नही

दिल करता है महीने दो महीने का यही बसेरा हो
पर दिमाग चिल्लाता है चुप कर इतना पैसा नही

राजवाड़ा, काँच मंदिर, छप्पन सब घूम लिया है
शाम की गाड़ी है मन दुखी है देखा सराफा नही

घरवाले रिश्तेदार सब बुला रहे है निकलना होगा
बस अफ़सोस यही है क्यों मेरा बंगाल ऎसा नही— % &

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28 APR 2022 AT 11:51

नही आती अब हँसी किसी भी बात पर
मुझ पर ही अब लोग हँसने लगे है

सच्चाई से कोई भी नही है अवगत यहाँ
सब मनघनंत कहानी बुनने लगे है— % &

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20 MAR 2022 AT 11:29

अपनी बर्बादी का किस्सा भी हँस कर बोलना पड़ता है
कुछ ऐसे टूटे है ख्वाब मेरे अब सपना सोचना पड़ता है

हालात ए बयां पर बस एक वाक्य ही सब से कहता हूँ
अब जरूरतें हसरतों के लिए बटुआ टटोलना पड़ता है— % &

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18 MAR 2022 AT 13:28

जिंदगी खटारा गाड़ी है जैसे तैसे चलाना है
खुशी पल दो पल की है गम का जमाना है

अब तो खुद को यह याद दिलाना‌ पड़ता है
आज त्यौहार है मतलब आज मुस्कुराना है— % &

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7 MAR 2022 AT 15:10

कुछ ऐसे टूटे है ख्वाब मेरे कि
अब सपना सोचना पड़ता है— % &

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4 MAR 2022 AT 12:01

दूसरे की तरक्की अपनी स्तिथि याद दिलाती है
देखो उसको ये वाक्य ही दुर्गति याद दिलाती है

जुबाँ पर ताला लगा दिया है मेरी असफलता ने
नीरज से दूर भागते है तो निधि याद दिलाती है— % &

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14 FEB 2022 AT 20:39

हमारा भी मन है तुम्हें वैलेंटाइन विश करे
गुड मॉर्निंग से ले कर गुड नाइट विश करे

मगर हमारी किस्मत में यह लिखा ही नही
इस जन्म हम तुम्हें ऐस ए वाइफ विश करे — % &

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11 FEB 2022 AT 9:13

ये हालात चिल्लाते रहते है ख़ुदकुशी के लिए
रोज़ खुदको मनाना पड़ता है जिंदगी के लिए

सब घेर कर मुझ से पूछते है बस सवाल यही
कितनी बार मरना पड़ेगा एक जिंदगी के लिए

हर कोई अब मुझसे आगे है सभी है कामयाब
बस हम कर रहे गुहार अगली जिंदगी के लिए

दिल कहता है दिल क़ी सुन ले और खत्म करे
दिमाग़ कहता है रुक सब्र रख जिंदगी के लिए

देखे आगे क्या होता है कौन विजयश्री होता है
अभी जिंदगी कुर्बान हो रही है जिंदगी के लिए

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