तू का बुझअ का होला तनहाई
तू का जनबअ का होला बेवफाई
हई टूटल पाटीये से पुछअ का होला जुदाई
अरे अब केतना जुलम सहीं जालीम
ई रतीये से पुछअ कब तहार याद ना आईल-
Sumit Ojha
(सुमीत ओझा ( दीपू ओझा ))
55 Followers · 56 Following
“मैं घर में एक कमरा रखुंगा...,
दुंगा नाम तेरा और उसे तन्हा रखूंगा ।”
बलिया जिला घर बा त कवान... read more
दुंगा नाम तेरा और उसे तन्हा रखूंगा ।”
बलिया जिला घर बा त कवान... read more
Joined 18 May 2021
13 JAN 2022 AT 20:35
13 JAN 2022 AT 20:32
मानतानी कि मरे वाला के सभे कोई भुला जाला..! लेकिन हम त अभी जिनदा बानी फिर काहे तु......!!
-
13 JAN 2022 AT 20:28
बंद होठवा से कुछ न कहके, अखिये से #प्यार जतावेलू..! जब भी आवेलु, ए हमार कारेजा हमके हमरे से ही चुरावेलू..!!
-
17 DEC 2021 AT 11:01
सुखी होने के चक्कर में जो
पूरी जिंदगी दुखी रहता है ....
उसी का नाम इंसान है ....-
17 DEC 2021 AT 10:33
तुम खुशियां पूछो तो " तुम्हारा नाम" लिख दूं ,
और दर्द पूछो तो नाम के पिछे का इंसान लिख दू ...
-
17 DEC 2021 AT 10:29
न जाने लोग कितने चेहरे लिए चलते है ,
बातो में शहद अंदर जहर लिए चलते है ..!!-
16 DEC 2021 AT 20:07
तुमसे मिलना सपना ही रह गया
तुमसे बाते करना सपना ही रह गया
सुना है कल जा रही हो तुम
एक आखिरी मुलाकात सपना
ही रह गया-
15 DEC 2021 AT 14:21
मंजिल का नजारा होना भी
जायज था
हम भी तो अजनबी राहों से
दिल लगा बैठे है-