चाँद भी गिर गया कुछ पल के लिये सूरज की नजरों सेतुम जो गिरी हो आम बात है। -
चाँद भी गिर गया कुछ पल के लिये सूरज की नजरों सेतुम जो गिरी हो आम बात है।
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ख़त्म कर दीये अब जज्बातो के वो खेल.अब हर रोज़ हार हार के हारा नही जाता। -
ख़त्म कर दीये अब जज्बातो के वो खेल.अब हर रोज़ हार हार के हारा नही जाता।
अरसा हुआ दील टूटे हुऐ।हम भी कभी बेचैन शायर हुआ करते थे। -
अरसा हुआ दील टूटे हुऐ।हम भी कभी बेचैन शायर हुआ करते थे।
खुश नही हूँ मैं,सिर्फ अल्फाज़ खूबसूरत है। -
खुश नही हूँ मैं,सिर्फ अल्फाज़ खूबसूरत है।
अनकहे शब्दो के बोझ से थक जाता हूँ कभी कभी।पता नही खामोश रहना मज़बूरी है या समझदारी। -
अनकहे शब्दो के बोझ से थक जाता हूँ कभी कभी।पता नही खामोश रहना मज़बूरी है या समझदारी।
उनकी भी कुछ मजबूरियां रही होगी..युही नही चाँद ओर सूरज में दूरिया रही होगी... -
उनकी भी कुछ मजबूरियां रही होगी..युही नही चाँद ओर सूरज में दूरिया रही होगी...
जुबाँ न भी बोले तो,मुश्किल नही..फ़िक्र तब होती है जब,खामोशी भी बोलना छोड़ दे।। -
जुबाँ न भी बोले तो,मुश्किल नही..फ़िक्र तब होती है जब,खामोशी भी बोलना छोड़ दे।।
मेरा हर अल्फ़ाज़ दिल से निकला है...इन्हें जमाने मे बदनाम ना करना...हो अगर इकरार तो कह देना मुझे...बस मुझसे इश्क़ सरे आम ना करना.... -
मेरा हर अल्फ़ाज़ दिल से निकला है...इन्हें जमाने मे बदनाम ना करना...हो अगर इकरार तो कह देना मुझे...बस मुझसे इश्क़ सरे आम ना करना....
मैं तुझे मुफ्त मै मिल गया हूं।कद्र ना करना हक़ बनता है तेरा। -
मैं तुझे मुफ्त मै मिल गया हूं।कद्र ना करना हक़ बनता है तेरा।
काश इश्क़ के साथ थोड़ा नसीब होता...तो आज वो शख्स मेरा हबीब होता... -
काश इश्क़ के साथ थोड़ा नसीब होता...तो आज वो शख्स मेरा हबीब होता...