24 MAR 2018 AT 22:07

दुनिया की भीड़ में
कही खोया सा हूं मै
मेरी महफ़िल के कद्रदानों
तुम्हे मैं क्या बताऊ
अकेले में कितनी दफा
अपने यार के खातिर
कितना रोया हूं मैं
आज फिर ये अल्फ़ाज़ लिखते हुए
रोया हूं मैं

- Tera Sukhi