अनुभव सहज अनुरक्ति है।
अब कोई नही आसक्ति है।
इस जगत से उस जगत तक,
व्याप्त केवल राम की शक्ति है।-
Subhendra Pratap Singh
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Joined 15 October 2019
19 MAR 2024 AT 1:40
19 MAR 2024 AT 1:38
प्रभु!न युद्ध को विराम दो,
हर युद्ध का परिणाम दो।
जीवन का यह महासमर मैं,
जीतूं! कृपा वह राम दो।
सुभेंद्र❤🙏-
25 JUN 2022 AT 11:41
*Paani Agar Shant Hai To,*
*Gehraiyon Se Mzaak Nhi Karte*-
21 JUN 2022 AT 8:19
कभी मकसद ,कभी चाल ,कभी मंसूबे यार होते हैं!
ये वो दौर है ,जिसमें नमस्कार के भी मतलब हजार होते हैं!!-
9 JUN 2022 AT 19:53
ॐ हवाओं में भी जिंदा रहेगी हमारे रणघोष की बिजलियां ॐ
ॐ गले तक सिमट कर रह जाए, ऐसी हुँकार नहीं हमारी ॐ-
9 JUN 2022 AT 19:45
Na Dil Pe Lage Koi Vo Awaj Kahta hu,
Jo Ab TK Nhi Kaha Vo Aaj Kahta Hu!!-
4 JUN 2021 AT 20:50
हमारे इरादो के ज़ख्मो का मरहम न मिला ,
और तुम्हारी सलाह मे हमें ज़रा भी दम न मिला!!-