चलो आज़ कुछ ऐसा खेल खेले,
तनहा हो के भी साथ हो जाएं,
तुम मे मैं और मुझ मे तुम हो जाओ,
शरीर दो आत्मा एक हो जाए,
चलो आज़ कुछ ऐसा खेल खेले,
खेलने से खौंफ हो जाए,
जिंदगी मेँ मौत हो जाए,
प्यार मेँ जंग हो जाए,
चलो आज़ कुछ ऐसा खेल खेले,
चलो आज़ कुछ ऐसा खेल खेले,
- Sparsh Bhasin