अर्से बाद आज फिर मिली वो मुझे
देखते ही खयाल आया कि
आज जाकर सच बोल दूँ
फिर सोचा कि कल बन सकने वाले रिश्तों के लिए
मैं क्यूँ सालों की दोस्ती में जहर घोल दूँ-
A TREKKER🏔️
A CORPORATE👔TRAINER😎
An ACCOUNTANT 📟
🌳A NATURALIST🌳
SAGITARIA... read more
क्या मुमकिन है तेरे पास मेरा लौट आना
क्या फिर वही रिश्ता बनाना मुमकिन है
क्या मुमकिन है कि पहले की तरह ही हो बातें
क्या फिर पहले की तरह रूठना मानना मुमकिन है
क्या मुमकिन है कि तू भूल जाए सब कुछ
क्या मुझे देख के तेरा फिर मुस्कुराना मुमकिन है
क्या मुमकिन है की हम फिर एक हों जाए
क्या सारे गिले शिकवे मिटाना मुमकिन है-
बहुत दबा चुका हूं मैं ज़ज्बात अपने
अब खुलकर रोना चाहता हूं
जिसके पाँव को जन्नत कहती है दुनिया
मैं उस माँ के गोद में सर रख कर सोना चाहता हूं-
निकला हूं एक सफर पर मैं
अपनी ये जिम्मेदारी निभाने के लिए
अपना ही घर छोड़कर निकला हूं आज
अपना ही घर बनाने के लिये-
वो "अच्छी" दोस्त है मेरी
बस यही बात दिल को "अच्छी" नहीं लगती-
When Life starts testing you
only then you realise
the real taste of Life.
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ऐ जिंदगी तू ये मत सोच कि तेरी तकलीफों से
हम शीशे की तरह टूट के बिखर जाएंगे
हम वो हैं जो जानते हैं अपनी किस्मत ख़ुद लिखना
हम भी अपनी मेहनत बढ़ाएंगे और निखर जाएंगे-
इश्क़ अधूरा रह गया मेरा
इसका कोई गम नहीं
हम उसे ये कह भी ना पाए
मलाल इसका है-
यूँ तो बहुत कुछ था कहने को दिल में हमारे भी लेकिन
हमने उसे सिर्फ अलविदा कहना ही सही समझा.-
वो दूर भी नहीं मुझसे
वो मेरे पास भी नहीं है
उसे खोया भी नहीं मैंने
और उसे पाने की कोई आस भी नहीं है-