14 AUG 2017 AT 19:45

हर दिल में जगह बनाते,
सारा जहाँ खो लिया हूँ;
अपनी मिट्टी से दूरी काफ़ी थी शायद,
आज अपना ही एक हिन्दुस्ताँ हो लिया हूँ।

- सौरभ