फ़ासलों की फ़सील से उभरता इक सायावक़्त की सरहदों से बईदहकीक़त सा ज़िन्दगी-फ़रेबख़यालों में सिमटता इक अजीब ज़ाविये में मुहीतमेरे मंनिन्दतन्हाख़ुद-निगरमुंजमिद अँधेरों का इक दरिया...क्या वो मेरा कोई अपना सा है?या फ़िरसिर्फ मेरा ही अक्स? - Misty Sierra
फ़ासलों की फ़सील से उभरता इक सायावक़्त की सरहदों से बईदहकीक़त सा ज़िन्दगी-फ़रेबख़यालों में सिमटता इक अजीब ज़ाविये में मुहीतमेरे मंनिन्दतन्हाख़ुद-निगरमुंजमिद अँधेरों का इक दरिया...क्या वो मेरा कोई अपना सा है?या फ़िरसिर्फ मेरा ही अक्स?
- Misty Sierra