13 DEC 2017 AT 11:35

जितनी भी ज़िन्दगी जी है हमने बड़ी शिद्दत से जी है
मेहनत भी की है हमने और मोहब्बत भी की है
मेरे अल्फ़ाज़ किसी के लिए आंसुओं का सबब बन जाए
हमारी कलम ने अभी वो रोशनाई नहीं पी है

- सिद्धार्थ अवस्थी (आज़ाद)