बस मे सफर करते आज किसी से मुलाकात हुई,वो भी चुप रही, मे भी चुप रहाफिर भी हमारे बीच कुछ बात हुई,सोचा कर दू इश्क ए बयां उसके नज़दीक जाकर,पर तभी बस रूकी ओर वो कुछ पल में हीम़हज एक मुसाफिर होने का एहसास दिला गयी। -
बस मे सफर करते आज किसी से मुलाकात हुई,वो भी चुप रही, मे भी चुप रहाफिर भी हमारे बीच कुछ बात हुई,सोचा कर दू इश्क ए बयां उसके नज़दीक जाकर,पर तभी बस रूकी ओर वो कुछ पल में हीम़हज एक मुसाफिर होने का एहसास दिला गयी।
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