सदियों से जिनको हम भगवान मानते आए हैं,कमबख्त! आज उन्होंने ईमान धर्म बेच खाये हैं| - Shubhankar Thinks
सदियों से जिनको हम भगवान मानते आए हैं,कमबख्त! आज उन्होंने ईमान धर्म बेच खाये हैं|
- Shubhankar Thinks