ईमान कुछ इस कदर सस्ते हो चले हैं,की भंगार के समान भी अब महंगे हो चले हैं.देशभक्ति जवान को सिखाने अब नेताजी चले हैं. - 'शुभी'
ईमान कुछ इस कदर सस्ते हो चले हैं,की भंगार के समान भी अब महंगे हो चले हैं.देशभक्ति जवान को सिखाने अब नेताजी चले हैं.
- 'शुभी'