15 DEC 2017 AT 17:43

माता-पिता के माथे की शिकन मिटाने लगूँ
कभी वो दिन भी आये कि मैं कमाने लगूँ
घर के खर्च में मैं भी हाथ बंटाने लगूँ
कभी वो दिन भी आये कि मैं कमाने लगूँ
पर मुझे तो इस बेरोज़गारी ने मार दिया
एक एक करके सब सपनों को उजाड दिया
फिर भी खुद पे मुझे विश्वास है
सिर्फ खुद से ही अब मुझे आस है
कामयाबी का गीत एक दिन गुनगुनाने लगूँगा
हाँ वो दिन भी आयेगा जब मैं कमाने लगूँगा

- TantriK