तुम धोखा,मैं विश्वास।❤तुम दर्द,मैं एहसास।❤तुम झूठ, मैं दर्पण।❤तुम पाश,मैं बंधन।❤तुम मेघ,मैं सावन।❤तुम इच्छा,मैं अर्पण।❤तुम ग़ुरूर,मैं समर्पण।❤ - श्रुति चौधरी "मीमांसा"
तुम धोखा,मैं विश्वास।❤तुम दर्द,मैं एहसास।❤तुम झूठ, मैं दर्पण।❤तुम पाश,मैं बंधन।❤तुम मेघ,मैं सावन।❤तुम इच्छा,मैं अर्पण।❤तुम ग़ुरूर,मैं समर्पण।❤
- श्रुति चौधरी "मीमांसा"