21 JUL 2017 AT 14:30

तुम धोखा,मैं विश्वास।❤
तुम दर्द,मैं एहसास।❤
तुम झूठ, मैं दर्पण।❤
तुम पाश,मैं बंधन।❤
तुम मेघ,मैं सावन।❤
तुम इच्छा,मैं अर्पण।❤
तुम ग़ुरूर,मैं समर्पण।❤

- श्रुति चौधरी "मीमांसा"