ये मुहब्बत है कोई जंग नहीं है जानाख़ुद से निकलो भी कभी मुझ से गुज़रकर देखोदख़लन भोपाली -
ये मुहब्बत है कोई जंग नहीं है जानाख़ुद से निकलो भी कभी मुझ से गुज़रकर देखोदख़लन भोपाली
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