तसवीरें देख कर उन्हें छुपा लोगे कहीं,
कभी उनमे बसी मुस्कान देख, खुद भी मुस्करा लेना|
मुस्कान देख कर खुश तो हो लोगे,
कभी उन गहरी आँखों को पढ़ने की कोशिश करना |
आखे तो पढ़ लोगे,
कभी उस रूह को चाह कर देखना,
शायद जो किसी को ना दिखा वो तुम्हें दिख जाए,
शायद जो मोहोब्बत किसी को नहीं हुई,
वो तुम्हें हो जाए!
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