दर्द में भी मुस्कुराना अब जरूरी हो गया , जिंदगी के गम छुपाना अब जरूरी हो गया , उम्मीद नहीं रखता अपने हो या गैरों से..इसलिये , खुद का ख्याल रखना अब जरूरी हो गया ।।
अब हमारी पहले जैसी बातें नहीं होती , यूँ जागते जागते साथ रातें नहीं होती , मिलना बिछड़ना तो कहने की बात है , सिर्फ दूर होने से खत्म जज़्बातें नहीं होती !!