आ जाओ जो कभी आहिस्ते सेइस ईद के चांद जैसे,कि एक अरसे सेहमने भी रखा हुआ रोजा है,ज्यादा नहीं थोड़ा ही सहीजज्बातों का इफ्तार हम भी कर लेंगे! - shrivardhan
आ जाओ जो कभी आहिस्ते सेइस ईद के चांद जैसे,कि एक अरसे सेहमने भी रखा हुआ रोजा है,ज्यादा नहीं थोड़ा ही सहीजज्बातों का इफ्तार हम भी कर लेंगे!
- shrivardhan