तुम इश्के दरख्त पर सवाल उठाते रहो
ये अच्छा है तुम अपना कमाल दिखाते रहो
तेरे दिए घाव अच्छे लगते है मुझपर
तुम खुसी से अपना तीर चलते रहो-
I am a Student as a profession
Although I wrote some wor... read more
गुनाह अभी भी मेरे कुछ अदालतों में लिखी जाएंगी
तारीखों पर मुलाकातों की साजिशे लिखी जाएंगी
वो मुस्कुराते हुएँ मेरे कलेजे को काटता है
ठहरो वरना मैं मशहूर हो जाऊँगा मेरे कत्ल के बाद मैं अखबार के पहले पन्ने पर लिखा जाऊँगा-
अभी अभी तो इन बंदीसों से आजाद हुआ हूँ
अब फिर मुस्कुरा कर मुझे कैद में मत डालो-
ना कोई दर्द ना कोई गिला ना कोई शिकायत है
उसने अपने शौहर के साथ अपनी तस्वीर लगा रखी है
और ये दिल कहता है कि मुझे फिर भी उसी की चाहत है-
मैं किसी शख्स से सिर्फ इतना प्यार कर सकता हूँ
वो ता उम्र किसी और कि रहे मैं इंतजार कर सकता हूँ।।-
उदास ये सफ़र और कुछ उदास हम है
तुझसे बिछड़ने का ग़म तो नहीं
बस तेरी नाराज़गी से थोड़ी आखे नम है-
याद उसे करके मुझको थोड़ा जीना मरना पड़ता है
एक बार मुझे जो इश्क़ हुआ तो क्या क्या करना पड़ता है
रहा अटल विसवास मेरा जो उसको घर ले आऊँगा खामोशी से पहरे दारी साम सवेरे करना पड़ता है
आँखे मीचे हुये नयन बख्श जो रहते है
उनको इश्क़ में क्या क्या सहना पड़ता है-
इस भीड़ भरे शहर कुछ मीठी यादो के पन्ने फट जाते है
मन कितना भी मैला हो आँसू से सब धूल जाते हैं
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