20 MAY 2018 AT 11:55

मनुष्य का क्रम विकास - ज्ञान, सहनशीलता और साधुशीलता से प्रारंभ होकर फेविकोल, च्यवनप्राश और झण्डू बाम पर अंत हो रहा है।

- रमताजोगी