कोई ला दें मुझे भी सच का आईना,लोगों के फ़रेब को समझ पाऊँ,उतनी समझ नही हैं मुझमें! - S.AR.
कोई ला दें मुझे भी सच का आईना,लोगों के फ़रेब को समझ पाऊँ,उतनी समझ नही हैं मुझमें!
- S.AR.