Shivani Arora   (S.AR.)
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Dreamwriter
Introvert
Joined 22 June 2017


Dreamwriter
Introvert
Joined 22 June 2017
20 APR 2023 AT 21:43

दिन खत्म हो रहे हैं..
रातें खत्म नही होती,
हँसी गायब हो रही हैं..
दुख की बातें गायब नही होती,
चली जा रही है ज़िन्दगी,
नही होती तो बस...
साँसे खत्म नही होती।

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7 JUN 2022 AT 16:18

नदी बहती है;
शोर करती है
जब रौद्र होती है;
वक़्त लेती है पर
शांत हो जाती हैं;
प्यास मिटाती हैं जग की,
बहती जाती हैं अविरल,
मिल जाती हैं सागर से
और अस्तित्व को अपने
फिर भूल जाती हैं...!!

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28 MAR 2022 AT 10:40

ना वो जताते हैं;
ना वो बताते हैं,
कि किस तरह
पापा लोग
बच्चों के लिए
हर मुश्किल से
लड़ जाते हैं,
दोपहर में काम पर
भले खुद कुछ ना खाते हैं..
फिर भी कभी ना वो बताते है;
ना ही जताते हैं,
सच तो ये है दोस्तों...
पापा के पैसों से ही बच्चे खाते हैं;
और आज हम जो पैसे कमाते हैं;
वो उन्ही के आशीर्वाद से आते हैं;
उन्ही के आशीर्वाद से आते हैं....!

#shirav

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28 JAN 2022 AT 23:09

लोग कहानियों से प्रेरित होते हैं,
और कहानियाँ लोगों से...

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18 DEC 2021 AT 19:57

तुम बिन मैं अधूरा हूँ,
पर क्या मैं तुमसे पूरा हूँ..??

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16 SEP 2021 AT 23:28

पानी की बूँदे;
गिरती हैं
आकाश से;
टप-टप करती;
और उड़ जाती है
फिर से इस वातावरण में;
लौटती है नयी होकर;
नए आकार में;
नया रूप लेकर,
जैसे कोई तितली;
अपने रंग छोड़ती हैं,
और नए रंग ढूंढने में
लग जाती है,
या फिर कोई स्त्री;
जो अपना सर्वस्व देकर
चली जाती है;
नए जीवन मे रंग भरने..!

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5 JUL 2021 AT 9:39

You,
Me,
Coffee,
Gossips,
Happiness,
Love,
Forever.

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17 JUN 2021 AT 0:20

मैं शायर नही हूँ;
फिर क्या हूँ..??
अपने दर्द से इब्तिदा हूँ!

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19 MAY 2021 AT 0:02

तू है तो पर;
तेरी कमी-सी है,
आज फिर आँखों मे
ज़रा नमी-सी है..!

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8 MAY 2021 AT 18:42

आप भले तो जग भला
जग की कैसी ये रीत,
जैसे बकरी खाये घास-फूस
और कहे शेर को मीत!

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