होली पर जो रंग लगाये थे तुमने, वो अभी भी गए नहीं हैं... कुछ दीवारोें पर चिपके मुस्कुरा रहें हैं, और कुछ हैं के नाख़ून ही नहीं काटने देतेl -
होली पर जो रंग लगाये थे तुमने, वो अभी भी गए नहीं हैं... कुछ दीवारोें पर चिपके मुस्कुरा रहें हैं, और कुछ हैं के नाख़ून ही नहीं काटने देतेl
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