दरअसल तुम सिर्फ वो जानते हो,जो मेरे लफ़्ज़ कहते हैं..मेरी हिचक अफसोस और तलब तो बेजुबान हैं.. -
दरअसल तुम सिर्फ वो जानते हो,जो मेरे लफ़्ज़ कहते हैं..मेरी हिचक अफसोस और तलब तो बेजुबान हैं..
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