अक्सर वो खो जाती थी,यादों के जंगल मे गुम,और मंद मंद मुसकाती थी,सोच कर सुनहरे स्वप्न। - शिkha सोलंki☺{Crest}
अक्सर वो खो जाती थी,यादों के जंगल मे गुम,और मंद मंद मुसकाती थी,सोच कर सुनहरे स्वप्न।
- शिkha सोलंki☺{Crest}