बहुत ही मुनफ़रिद खेल है मोहब्बत सारे खेलों में,जो हारा वो फिर नहीं खेलता, जो जीता उसने भी तौबा की. - ©Shikha
बहुत ही मुनफ़रिद खेल है मोहब्बत सारे खेलों में,जो हारा वो फिर नहीं खेलता, जो जीता उसने भी तौबा की.
- ©Shikha