7 APR 2018 AT 18:49

अपनी 'भूख' का कत्ल कर,
'पेट भरे होने' की झूठी गवाही देते देखा है..

मेरी 'ख्वाहिशों' संग षड्यन्त्र रच
खुद के 'ख्वाबों' का गला घोंटते देखा है..

हाँ मैंने माँ को 'गुनाह' करते देखा है...

- शिखा मलिक