नज़रें चुराकर तेरा वो नज़रें मिलाना पसंद आया, मुझे खुद का तेरा होना पसंद आया। बावरे है वो जो एक मुलाकात खातिर फिरते है गलियों में, मुझे तो तुझसे ख्वाबों में मिलना पसंद आया।।
मेरी मुश्किलों को वो आसान करता है, मेरा खुदा मुझपर नाज़ करता है। अरे तू कौन होता है मेरी हैसियत आंकने वाला, तुझ जैसे सैकड़ों को वो अपने दरबार में नीलाम करता है, मेरा खुदा मुझपर नाज़ करता है।
ये रुतबे ये ठाठ मेरे वालिद से है, बिन बोले हर मुराद पूरी मेरे वालिद से है। लोग सिखाते है हिसाब-किताब कि दुनिया, अरे! बेहिसाब लुटाना सीखा मैंने अपने वालिद से है।