23 APR 2018 AT 20:28

कुछ यादें लेकर बैठा हूँ तेरी तस्वीर बनाने को,
पुराने ख्वाब पूरे करके, नए कुछ ख्वाब सजाने को

बातें नई हैं नया है किस्सा, नए प्यार की बस्ती में
पुराने कुछ पन्ने बचे हैं लेकिन, इस सर्दी में जलाने को...

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