18 MAR 2018 AT 9:38

मोह्हबत के शहर में हर कोई ग़म लिए बैठा है
किसी पे ज्यादा तो कोई कम लिए बैठा है,
जख़्म तो ख़ुशी से देंगे तुम्हें ये ज़माने वाले
फ़क़त मेरा ख़ुदा है जो मरहम लिए बैठा है।

- shibu