"इश्क" वक्त की नजाकत को तो हकीम देखते हैं,ये वो मर्ज है साहब जो सबको घाव दे जाता है ।। - ❤ѕнαѕнωαт ѕнυкℓα..❤
"इश्क" वक्त की नजाकत को तो हकीम देखते हैं,ये वो मर्ज है साहब जो सबको घाव दे जाता है ।।
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