कुछ ख़्वाब मीठे, ओर यादें कड़वी,
छोड़ मुझे तुम चले गये ।
पीछे मुड़ के देखो तो क्या हाल मेरा ये कर गए ॥
तोड़ के सारे वादे क़समें, किसी ओर राह पर निकल गए
दीवाना, पागल, बेचारा देखो न नाम मेरे कितने पड़ गए ॥
वो पायल छल्ले और ख़त सारे. रक्खे हैं अभी या सड़ गए??
क्या सोचा तुमने ये भी कभी हम ज़िंदा है या मर गए ॥
हाँ सच है ये की झखम मेरे सारे के सारे भर गए,
पर जब भी आय ख़्वाब में तुम, नैना आंसू से भर गए ॥
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